UP में बवाल: प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया, पुलिस और कार्यकर्ताओं में टकराव

Uttar Pradesh Police detains Priyanka Gandhi
उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है| खबर है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बार फिर से हिरासत में ले लिया है। इस समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में टकराव की स्थिति भी देखी गई है| दरअसल, प्रियंका गांधी आगरा जाकर यहां पुलिस हिरासत में हुई एक सफाई कर्मचारी की मौत पर उसके परिवार से मिलना चाह रहीं थीं| लेकिन आगरा जाने की इजाजत प्रियंका गांधी को नहीं दी गई और लखनऊ में ही उन्हें रोक लिया गया| हिरासत में लेने के बाद प्रियंका को पुलिस लाइन ले जाया गया है| ध्यान रहे कि, इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका गांधी को उस समय हिरासत में लिया था जब वे लखीमपुर जाकर हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलना चाहती थीं|
प्रियंका गांधी क्या बोलीं ....
प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस क्षण मैं पार्टी कार्यालय के अलावा किसी अन्य स्थान पर जाने की कोशिश करती हूं, तो मुझे रोकने की कोशिश की जाती है... इससे जनता को भी असुविधा हो रही है| प्रियंका का कहना है कि सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई है| परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है। आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने कुशीनगर में महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं। प्रियंका ने कहा कि किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?
17 अक्टूबर को 25 लाख रुपये की चोरी का मामला .....
पुलिस ने बताया कि 17 अक्टूबर को एक गोदाम से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में पुलिस ने मंगलवार को सफाई कर्मचारी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की थी| पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसके घर से 15 लाख रुपये बरामद किए, लेकिन इसी बरामदगी के दौरान उसकी तबियत अचानक खराब हो गई और उसे अस्पताल ले जाया गया| जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया| जिसके बाद परिवार वालों ने आरोप लगाया कि हिरासत में पिटाई के चलते सफाई कर्मचारी की मौत हुई है| जहां पुलिस ने परिवार के आरोपों को लेते हुए मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी| इसके साथ ही मामले में पांच पुलिस वालों को निलंबित कर दिया गया| इसके अलावा शासन द्वारा मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है।